कई बार ज़िंदगी हमें ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है जहाँ भावनाएँ, भरोसा और सच्चाई सब कुछ बेमतलब लगने लगता है। यह कहानी है आरव की, जिसने अपने जीवन के सबसे कीमती पल एक ऐसी लड़की के साथ बिताए, जो कभी उसकी थी ही नहीं। live-in relationship धोखा

आरव, एक 28 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर, मुंबई में नौकरी करता था। छोटा-सा शहर, बड़े सपने और तेज़ ज़िंदगी का जुनून। वह भावुक था, सच्चा था और अपने रिश्तों को बहुत अहमियत देता था। एक दिन उसकी मुलाक़ात हुई “नेहा” से – एक खूबसूरत, आत्मनिर्भर और बोल्ड लड़की, जो दिल्ली से मुंबई अपने करियर के लिए आई थी।
कंपनी के कैंटीन से शुरू हुई उनकी बातें, धीरे-धीरे दोस्ती में बदली और कुछ ही महीनों में प्यार में तब्दील हो गई। नेहा ने जब आरव से कहा,
“मुझे शादी नहीं करनी, लेकिन मैं तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ…”
आरव को थोड़ा झटका लगा, लेकिन वो नेहा से बेइंतहा मोहब्बत करता था। उसने समाज के डर को छोड़कर कहा –
“अगर तुम मेरे साथ रहना चाहती हो, तो यही मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी है।”
और इस तरह दोनों एक साथ Live-in Relationship में रहने लगे।
AD
साथ के दिन
वो सुबह की कॉफी, ऑफिस जाते वक़्त की तकरार, रात को फिल्में देखना, वीकेंड पर लॉन्ग ड्राइव… सब कुछ एक सपने जैसा था। आरव ने खुद को नेहा के साथ इस तरह जोड़ लिया था कि अब उसके जीवन की हर खुशी, हर ग़म उसी से शुरू और उसी पर खत्म होता था।
नेहा भी शुरू में बहुत प्यार करती थी। हर रात सोने से पहले कहती,
“तुम जैसे हो, वैसे ही मुझे चाहिए थे… तुमसे बेहतर कोई नहीं हो सकता।”
आरव ने उसे अपने परिवार की तरह चाहा। अपने दोस्तों से मिलवाया, अपने दिल की हर बात बताई, और मन ही मन उसे अपनी पत्नी मान चुका था। उसने सोचा था – “जब नेहा तैयार होगी, मैं शादी का प्रस्ताव रखूंगा… लेकिन ज़बरदस्ती नहीं।”

अचानक बदली ज़िंदगी (Live-in relationship धोखा)
एक दिन नेहा ने कहा –
“मुझे कुछ दिनों के लिए दिल्ली जाना है, घर में कुछ ज़रूरी काम है।”
आरव ने उसे प्यार से विदा किया और कहा –
“जल्दी आना… घर खाली लगेगा।”
नेहा चली गई… एक हफ्ता बीता… फिर दूसरा… कॉल्स धीरे-धीरे कम हो गईं। मैसेज का जवाब घंटों बाद आने लगा। कभी कहती, “कजिन की शादी है”, कभी कहती “नेटवर्क नहीं है”।
आरव को कुछ अजीब-सा महसूस होने लगा। वह बेचैन था, परेशान था, लेकिन भरोसा तो पूरा था। फिर एक दिन एक कॉल आया – नेहा की फ्रेंड रिया का।
उसने कहा –
“आरव, मैं नहीं चाहती थी कि तुम ये बात किसी और से सुनो… नेहा की शादी हो रही है… पर तुमसे नहीं…”
आरव के पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गई। दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं, और आंखें भर आईं।

सामना
आरव ने नेहा को कॉल किया, कई बार… पर कोई जवाब नहीं। फिर एक दिन, आख़िरकार नेहा ने कॉल उठाया।
“नेहा… तुमने ये क्या किया?” – आरव की आवाज़ कांप रही थी।
“मुझे माफ कर दो आरव… मेरे घरवालों ने ज़बरदस्ती कर दी… और मैं मना नहीं कर पाई।” – नेहा बोली।
“तो पिछले दो साल क्या थे नेहा? वो सारे पल… सब झूठ था?”
“नहीं आरव, मैंने तुमसे सच्चा प्यार किया था… लेकिन मैं शादी नहीं कर सकती थी तुमसे।”
इतना कहकर नेहा ने फोन काट दिया।
live-in relationship law for girl
टूटन
आरव की ज़िंदगी जैसे वहीं रुक गई। वो कमरा, जहाँ उनकी हंसी गूंजती थी, अब सन्नाटा हो गया था। जिस बिस्तर पर दोनों साथ सोते थे, अब खाली पड़ा था। दीवारों पर लगी तस्वीरें जैसे उसे ताने मार रही थीं।
हर कोना, हर चीज़ नेहा की याद दिलाता था।
आरव ने खुद को बहुत संभालने की कोशिश की, पर अंदर से वो पूरी तरह टूट चुका था। जिसे उसने सबसे ज़्यादा प्यार किया, उसी ने सबसे बड़ा धोखा दिया। live-in relationship ke nuksan
कुछ महीने बाद…
live-in me dhokha milne par kya kare
आरव ने शहर बदल लिया, नौकरी भी। अब वह रिश्तों से डरता है। Live-in का नाम सुनते ही दर्द लौट आता है। उसने प्यार से नफरत तो नहीं की, लेकिन भरोसे से दूर हो गया है।
अब वो सिर्फ एक बात दोहराता है…
“मैंने उसे पूरे दिल से चाहा, पर वो सिर्फ मेरी नहीं थी।”